कोई बात होगी? शिक्षक बनाम बिहार सरकार

बिहार के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी 2020 से हड़ताल पर हैं।समान काम के लिए समान वेतन की मांग  हैं। 2 महीना से अधिक समय बीतने के बाद भी सरकार सो रही है ।इस महामारी के दौरान सरकार शिक्षक की कोई परवाह नहीं कर रही है। सरकार भूल गई है कि ये शिक्षक ही हैं जिन्होंने कई सरकारी योजनाओं को सफल बनाया है।उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई पहल करने के बजाय सरकार के स्तर से हड़ताली शिक्षकों पर कार्रवाई भी की गई।जो शिक्षक हड़ताल पर हैं उनका वेतन बंद कर दिया गया है। जो शिक्षक हड़ताल से वापस आ गए हैं उनका वेतन हड़ताल अवधि छोड़कर बाकि समय का वेतन रिलीज करने का आदेश शिक्षा विभाग ने दिया है।हड़ताली शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों ने बिहार सरकार से लगातार बातचीत करने की मांग की लेकिन सरकार पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
 आज यह खबर तेजी से फैली है कि नियोजित शिक्षकों से शिक्षा मंत्री बातचीत करने वाले हैं।हड़ताली शिक्षकों में यह खबर फैली की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री को हड़ताली शिक्षक नेताओं से बातचीत करने का निर्देश दिया है।यह खबर नियोजित शिक्षकों के बीच जंगल में आग की तरह फैल गई है। किसी को नहीं पता कि यह खबर कैसे फैली लेकिन एक निजी समाचार चैनल के स्क्रीनशॉट कई व्हाट्सएप ग्रुप में चले गए।
कुछ समय बाद बिहार राज्य शिक्षक आंदोलन समूह के मीडिया विंग ने एक संदेश जारी किया कि उन्हें सरकार से कोई निमंत्रण नहीं है।इसने लगभग उन शिक्षकों को निराशा में डाल दिया जो खबर सुनकर खुश थे। कुछ समय बाद एक समाचार वेबसाइट news4nation एक खबर के साथ आगे आया। निम्नलिखित:-
न्यूज4नेशन ने जब इसकी पड़ताल की तो इसके बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को हीं कोई जानकारी नहीं है।शिक्षा विभाग के प्रवक्ता की तरफ से यह जानकारी दी गई कि हड़ताली नियोजित शिक्षकों से बातचीत की कोई जानकारी नहीं है।ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि जब शिक्षा विभाग को हीं जानकारी नहीं है तो फिर बातचीत करने की बात हीं कहां है.।
इसने लगभग पूरे मामले पर शाम तक पर्दा डाल दिया। हमें उम्मीद है कि सरकार पॉज़िटिविटी कार्रवाई बहुत जल्द करेगी।

Comments

Popular posts from this blog

e-pass कैसे बनवाएं!!

कोरोना वायरस का बिहार पर वार :: जीत या हार !!

17 मई तक बढ़ा लॉक डाउन