LOCKDOWN- 5 या UNLOCK-1

22 मार्च से शुरू हुआ लॉक डाउन  लगातार 31 मई तक जारी रहा । अब 1जून से 30जून तक होने वाला  लॉक डाउन है या अनलॉक के तरफ हम जा रहे है इसको समझना होगा ।
भारत ने बहुत ही समझ दिखाते हुए लॉक डाउन को शुरू में ही लागू कर दिया ।जिसकी तारीफ भी हुई मगर अब जब हम 60दिन से ज्यादा गुज़र चुके हैं और इस महामारी कि रफ्तार रुकी नहीं है तो कुछ सवाल उठने लगे हैं।
क्या हमे ने लॉक डाउन करने में जल्दी कर दी?
इस सवाल के जवाब में हम अन्य देशों के डाटा को देखेगे तो लगता है शायद हमें थोड़ा और इंतजार करना चाहिए था। अन्य देशों की तुलना में कोरोना संक्रमित लोगों की  हमारी संख्या भले ही कम हो मगर लॉक डाउन के बाद अन्य देश में इसकी संख्या में गिरावट आए जब की भारत में अभी भी नए संख्या लगातार ऊपर जा रही है।
लॉक डाउन 4 के अंतिम दिन में 8700 से ज्यादा लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई ,जो अभी तक के एक दिन के आंकड़े में सब से ज्यादा है। 
भारत में कोरोना का पिक आया या नहीं इस बात को समझना थोड़ा मुश्किल है मगर ये साफ है कि लोक डाउन के बाद जो रियायत लोगो को मिलने वाली है ये एक नया मुसीबत को आमंत्रण देने जैसा है ।
जून का पूरा महीना हम लोगों को सतर्क रहना होगा । मॉनसून भी भारत में दस्तक देने वाली है और पहले से ही ये अंदाजा था कि मानसून में ये और ज्यादा खतरनाक होने वाला है।
आज हमारे यहां कुल 2 लाख मरीज़ आ चुके है। हम भारत में मामलों के दोगुने होने कि रफ्तार पर नजर डाले तो ये स्पष्ट है कि जून के अंत तक  ये  4 लाख से ऊपर होना तय लग रहा है । मरीजों के ठीक होने की रफ्तार हो भी यदि हम देख ले तो भेे जून के अंत में हमारे पास 2लाख से ज्यादा एक्टिव केस होंगे।



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